भोपाल। झा ने आरोप लगाया कि केंद्रीय वाणिज्य मंत्री रहते हुए कमल नाथ चीन के एजेंट बनकर काम कर रहे थे। झा शुक्रवार को भोपाल में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। झा ने कहा कि नाथ ने वाणिज्य मंत्री रहते हुए ही चीन के माध्यम से राजीव गांधी फाउंडेशन को लाभ पहुंचाया। कमल नाथ ने जवाब नहीं दिया तो यह सच गांव-गांव फैलाया जाएगा।
राज्यसभा के पूर्व सदस्य और भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रभात झा ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ को चीन का एजेंट बताया है।
मध्य प्रदेश में 24 विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव से पहले सियासत गर्म हो रही है। एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने का सिलसिला शुरू हो गया है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने कहा कि आज चीन से भारत की तनातनी चल रही है। ऐसे समय में राहुल गांधी और कांग्रेस चीन की भाषा बोल रहे हैं। इसके पीछे कांग्रेस के नापाक आर्थिक हित हैं जो चीन के माध्यम से पूरे किए जा रहे हैं।
झा ने दावा किया कि दुर्भाग्य से चीन से अवैध आर्थिक रिश्ते साधने के सूत्रधार मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ हैं। उन्होंने कहा कि दस्तावेजों से राजफाश हुआ है कि कांग्रेस को और कांग्रेस के कुटुंब विशेष को आर्थिक लाभ पहुंचाने के लिए वाणिज्य मंत्री रहते कमल नाथ ने देश के साथ जालसाजी और गद्दारी की है। भाजपा नेता ने कहा कि नाथ ने अपने अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए चीन के माल से आयात शुल्क 40 से 200 प्रतिशत तक कम कर दिया था। लगभग 250 ऐसी वस्तुओं पर आयात शुल्क घटाया गया, जिनकी उपलब्धता भारत में प्रचुर मात्रा में थी। उदाहरण के लिए बांस जैसी चीज पर लगने वाला आयात शुल्क 30 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया गया। जबकि बांस भारत में पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है।
समिति का सुझाव नहीं माना
झा ने आरोप लगाया कि सोनिया गांधी के परिवार और कमल नाथ की जुगलबंदी ने भारत को पूर्वोत्तर देशों के संगठन आरसीईपी में सम्मिलित होने के लिए मजबूर किया जबकि चीन को छोड़कर आरसीईपी के अन्य देशों जापान, कोरिया आदि से हमारे व्यापारिक रिश्ते पहले से ही थे। इस संगठन में शामिल होने या नहीं होने का निर्णय करने के लिए बनाई गई समिति ने कहा था कि यदि हम चीन के माल पर आयात शुल्क घटाएंगे तो हमारे घरेलू उद्योग बर्बाद हो जाएंगे।
कमल नाथ ने नापाक आर्थिक हितों के कारण उस समिति के सुझाव को बायपास कर दिया। झा ने बताया कि यह सारा घटनाक्रम 2008 में चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी और कांग्रेस के बीच हुए समझौते के बाद तेजी से आगे बढ़ा। स्पष्ट है कि कांग्रेस के लोग चीन के साथ तनातनी के बीच भारत सरकार के विरूद्ध और भारत की सेना के विरूद्ध बयानवाजी क्यों कर रहे हैं? हमारे यहां कहावत है कि 'जैसा खाओगे अन्न्, वैसा होगा मन" यह कहावत आज की कांग्रेस पर खरी उतरती हैं। उन्होंने आयात शुल्क के माध्यम से चीन का गंदा पैसा खाया है। झा ने कहा कि उन्होंने जो बातें कही हैं, वह प्रमाणित हैं और भारत के वाणिज्य मंत्रालय के दस्तावेजों में देखी जा सकती हैं।
झा के आरोप असत्य: सलूजा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने झा के आरोपों को असत्य बताते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चीन के एजेंट बनने का काम किया है। सितंबर 2011 की चीन यात्रा व जून 2016 में चीन को लेकर किए गए ट्वीट को देखें तो उनके द्वारा चीन से निवेश की गुहार लगाई जाती रही। पीथमपुर में चीनी कंपनियों के लिए अलग से जमीन रखी व विशेष रियायत दीं। सलूजा ने आरोप लगाया कि ये सब काम चीन के एजेंट के ही हैं।