इंदौर/ मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव के दिन जैसे जैसे नजदीक आ रहे हैं। चुनावी सरगर्मियां बढ़ती जा रही हैं। इन सभी सीटों में सबसे हाॅट मानी जा रही सांवेर विधानसभा में अपना अपना परचम लहराने के लिए भाजपा-कांग्रेस ऐड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। कांग्रेस नेता जयवर्धन सिंह के बाद भाजपा प्रत्याशी तुलसी सिलावट के लिए प्रचार करने पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर जमकर हमला बोला। इस दौरान सीएम शिवराज ने कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया।
इस तरह सीएम ने की कार्यक्रम की शुरुआत
अपने भाषण के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ावे के लिए कहा कि, भाजपा हमारी मां है और इसके दूध की लाज हम को ही रखना है। इस मौके पर पंडितों ने मंत्रोच्चार के साथ बूथ लेवल, पन्ना प्रभारियों, मंडलों और हजारों कार्यकर्ताओं को सुपारी हाथ में देकर जीत का संकल्प दिलाया। कार्यक्रम की शुरुआत करने से पहले मुख्यमंत्री ने भी पूर्व लोकसभा स्पीकर के पैर पड़कर आशीर्वाद भी लिया।
कोई औरंगजेब का खजाना था जो मामा लूट कर ले गया
सीएम ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर हमला करते हुए कहा कि, 'फसल खराब हुई तो उन्होंने राहत राशि नहीं दी। अभी जो सोयाबीन की फसल खराब हुई है, उसके 4 हजार करोड़ किसानों के खाते में डालूंगा। हमने 6 महीने की सरकार में अब तक मोटा-मोटा 21 हजार 640 करोड़ रुपए किसानों को दिए हैं। सांवेर में ही अकेले 22 करोड़ रुपए नर्मदा योजना के लिए दिए जा चुके हैं। कहते थे कि, पैसे ही नहीं हैं, मामा ले गया। मैं पूछता हूं क्या औरंगजेब का खजाना था जो मामा लूट कर ले गया। मैं कहता हूं पैसे की कमी ही नहीं है। जब देखो रोते रहते थे पैसे ही नहीं हैं।' सभा से सवाल करते हुए शिवराज ने सवाल किया कि, 'क्या ऐसा रोने वाला मुख्यमंत्री चाहिए आपको। पैसे नहीं हैं तो रास्ता निकालो नहीं तो तुम काहे के मुख्यमंत्री। हां दिक्कत है, लेकिन हमने रास्ता निकाला न।'
मरी चुहिया लेकर घूम रहे, बोलते हैं कर्जा माफ किया
सीएम ने आगे कहा कि, कमलनाथ कहते थे कि, सबका कर्ज माफ... लेकिन, जब खोदा पहाड़ तो निकली चुहिया, वो भी मरी हुई। मरी हुई चुहिया लेकर घूमते हुए कह रहे सबका कर्जा माफ... लेकिन, दिया कब, मूर्ख बनाते हो, झूठ बोलते हो। ये किसानों को साफ कह दो। कोरोना में कांग्रेस ऐसी खरीदी कर सकती थी क्या? 1 करोड़ 29 लाख मैट्रिक टन गेहूं खरीदकर पंजाब को पीछे छोड़ दिया। कमलनाथ ने कर्जमाफी के झूठे सर्टिफिकेट बंटवाए और बैंकों का बकाया मैंने भरा। कांग्रेस हम पर गद्दारी का आरोप लगाती है, दिग्विजय कमलनाथ ने वल्लभ भवन को दलालों का अड्डा बना दिया था। इसलिए सिंधिया ने कमलनाथ को सड़क पर ला दिया। हमने सरकार गिराने का नहीं सोचा, ये फैसला सिंधिया और तुलसी सिलावट का था।
तुलसी दूध में शक्कर की तरह पार्टी में मिल गए
भाजपा के सावेर सीट से प्रत्याशी तुलसी सिलावट का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा- 'तुलसी तुम भी दूध में शक्कर की तरह एक हो गए यार। कहां फंसे थे अब तक। तुम्हारी सही जगह तो यही थी।' सीएम ने कहा कि, 'तुलसी पार्टी के साथ समरस हो गए हैं। सवा साल तक हमारे कार्यकर्ताओं के साथ अत्याचार और अन्याय हुआ। याद करो कैसे आपके सम्मान से खेला गया। हमारी विचारधारा पर प्रहार हुआ। सत्ता के नशे में चूर ये लोग किसी के खिलाफ एफआईआर, किसी का मकान गिराने, तोड़ने में लगे हुए थे। भाजपा कार्यकर्ताओं को कुचलने की कोशिश की गई, लेकिन भाजपा के कार्यकर्ता अगर अपने मन में कुछ ठान लें तो दुनिया में कुछ भी उनके लिए नामुमकिन नहीं है।'