बिलासपुर । छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में वकील या संबंधित व्यक्ति अपने दफ्तर,घर या कहीं से भी हो ऑनलाइन याचिका दाखिल कर सकेंगे। साथ ही लंबित मामलों में जवाब दावा भी ई फाइलिंग के जरिए ही होगी। इसके लिए पक्षकार से लेकर वकील व अन्य लोगों को अदालत जाने की जरूरत नहीं रहेगी। छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट की फुलकोर्ट मीटिंग में यह निर्देश दिए गए हैं। हाई कोर्ट की आइटी टीम ने एनआइसी की मदद से अपना सॉफ्टवेयर तैयार किया है जो मुकदमा,जवाब दावा व अर्जी दाखिल करने की प्रक्रिया को आसान बनाती है।
इसका उद्देश्यय कागज की बचत करना भी है। अब अदालतों में फाइलों का अंबार भी नजर नहीं आएगा। यही नहीं 15 जून से वर्चुअल सुनवाई भी शुरू हो गई है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए छह कोर्ट में सुनवाई हो रही है।
रजिस्ट्री में जाएगी फ़ाइल
फाइल अपलोड होते ही छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के पोर्टल में चली जाएगी । तैयार सॉफ्टवेयर ऑनलाइन में इसका निरीक्षण करेगा और किसी तरह की कमी होने पर ईमेल या एसएमएस के जरिए संबंधित वकीलों को सूचना दी जाएगी।
पंजीकरण कराना होगा
मुकदमा दाखिल करने के लिए सबसे पहले वकीलों को कोर्ट के ई-फाइलिंग पोर्टल में पंजीकरण कराना होगा । इसके बाद बताए गए प्रक्रिया के तहत याचिका,हलफनामा या जो भी दस्तावेज दाखिल कर रहे हैं उसकी पीडीएफ फाइल अपलोड करनी होगी। फाइल अपलोड होते ही ई मेल या फिर एसएमएस के जरिए रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर में जानकारी दी जाएगी ।
- छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में ई-फाइलिंग की सुविधा के साथ ही वर्चुअल सुनवाई शुरू हो गई है। ई-फाइलिंग व्यवस्था से पेपरलेस कामकाज की शुरुआत हो रही है। वर्चुअल कोर्ट के जरिए वकीलों को घर बैठे बहस की सुविधा मिल रही है। - संदीप दुबे, अध्यक्ष,प्रदेश कांग्रेस कमेटी विधि प्रकोष्ठ व हाई कोर्ट वकील