नई दिल्ली। Zindagi Na Milegi Dobara: सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद से फ़िल्म इंडस्ट्री में नेपोटिज़्म को लेकर बहस छिड़ गई है। हाल ही में अभय देओल ने भी इस मुद्दे पर राय रखी। इस दौरान उन्होंने 'ज़िंदगी ना मिलेगी दोबार' को लेकर अवॉर्ड शो में रितिक रोशन को नॉमिनेटेड किए जाने पर सवाल खड़े किए। अब इस सवाल पर फ़िल्ममेकर और अभय के को-स्टार रहे फ़रहान अख्त़र की प्रतिक्रिया सामने आई है।
इंडिया टुडे के एक शो के दौरान फ़रहान अख़्तर ने इस मुद्दे पर कहा,' आप लगातार सुन रहे हैं कि एक किस्म की दौड़ चल रही है। लोग एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं एक ऐसे स्पॉट के लिए जो मौजूद ही नहीं है। मेरा मतलब है कि आपको खु़द पर भरोसा करना होगा, जिम्मेदारी से और मेहनत के साथ काम करना होगा। कितनी मैगजीन ने आपको कवर किया है। आप किसी भी मैगजीन के फ्रंट पर आए हों या किसी न्यूज़ पेपर के फ्रंट पेज पर। अगर यह आपका असली उद्देश्य है, तो मुझे लगता है कि आप गलत प्रोफेशन में आ गए हैं। आप यहां इसलिए नहीं हैं। आप यहां एक्टर, डायरेक्टर, सिंगर, म्यूज़िक कंपोज़र बनने आए हैं या रिएलटी स्टार?'
आपको बता दें कि इससे पहले अभय देओल ने बॉलीवुड नेपोटिज़्म को लेकर एक पोस्ट लिखा था। इसमें उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत के जाने के बाद खु़द को बोलने पर मजबूर बताया था। उन्होंने लिखा था कि साल 2011 में 'ज़िंदगी ना मिलेगी दोबारा' में कई अवॉर्ड शो के दौरान मुझे और फ़रहान अख़्तर को पीछे करके रितिक रोशन को लीड एक्टर का अवॉर्ड दिया गया। हमें बतौर स्पोर्टिंग एक्टर नॉमिनेट किया गया। इसके अलावा उन्होंने इंडस्ट्री में लॉबिंग का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि मैंने अवॉर्ड शो का बायकॉट कर दिया, लेकिन फ़रहान अख़्तर इसके साथ बने रहे।
गौरतलब है कि सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद अभय देओल एक मात्र ऐसे नहीं, जो बॉलीवुड नेपोटिज़्म पर अपनी प्रतिक्रिया रख रहे हैं। अभय के अलावा कंगाना रनौट, शेखर कपूर, मनोज बाजपेयी, प्रकाश राज, सोनू सूद और अभिनव कश्यप जैसे एक्टर इस पर अपनी राय रख चुके हैं। वहीं, सोशल मीडिया में भी इसको लेकर काफी हंगामा मचा हुआ है।